skin care tips | homemade skin care tips
त्वचा संबंधी रोग
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त्वचा हमारे शरीर का बाहरी आवरण है जो हमको ठंडा गरम का अनुभव कराती है। त्वचा से ही हमें मौसम का अनुभव होता है। कभी-कभी त्वचा में दाग, धब्बे और खुजली होने लगती है। यह सभी त्वचा रोग कहलाते हैं। skin care tips
आइए अब हम कुछ त्वचा रोगों पर चर्चा करते हैं।
एग्जिमा / सोरायसिस
शरीर पर किसी भी प्रकार के दाग धब्बे हो जाते हैं और उन में खुजली होने लगती है। धीरे धीरे दाग धब्बे लाल हो जाते हैं। फिर उनसे पपड़ी निकलती है। एग्जिमा से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। त्वचा का रंग बदल जाता है।
एग्जिमा / सोरायसिस का घरेलू उपचार
- सुबह की लार लगाने से दाग धब्बे ठीक होते हैं।
- लार में 18 पोषक तत्व होते हैं, जो दाग धब्बों को जड़ से खत्म कर देती है।
- गोमूत्र पीने से त्वचा के सभी रोग ठीक होते हैं, जैसे सोरायसिस, एग्जिमा, खाज, खुजली आदि।
- गोमूत्र से रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत बढ़ जाती है।
खाज खुजली
खाज खुजली एक संक्रामक रोग है। जिसके कारण त्वचा पर छोटी-छोटी फुंसियां निकल आती हैं और उनसे पानी निकलने लगता है। यह शरीर के किसी भी हिस्से में होता है। कभी-कभी पेट में कब्ज के कारण भी खुजली पैदा होती है। खाज खुजली का सबसे बड़ा कारण है, बड़ी आंत का साफ ना होना। एक दूसरे के कपड़े पहनने से यह रोग बढ़ता है। खुजली रात में अधिक होती है।
खाज खुजली का घरेलू उपचार
- नारियल के तेल में थोड़ा सा कपूर मिलाकर गर्म करें और खुजली वाले स्थान पर लगाएं।
- गाय के घी में कुछ लहसुन मिलाकर गर्म करें और उसकी मालिश खुजली वाले स्थान पर करें।
- नींबू के रस में पके हुए केले को मसलकर खुजली वाले स्थान पर लगाएं।
सरसों का तेल और लहसुन का प्रयोग
- सरसों के तेल में हरी मिर्ची को जलाकर उस तेल की मालिश करें।
- सरसों के तेल में लहसुन को गर्म करके उसमें थोड़ी हल्दी मिलाकर तेल ठंडा होने पर मालिश करें।
- भुने हुए सुहागे को पानी में मिलाकर लगाने से खुजली में आराम मिलता है।
गाय का घी, गंधक, कपूर और आंवले का प्रयोग
- गाय के घी में आंवला, गंधक, कपूर और नीला थोथा बराबर मात्रा में मिलाकर खाज खुजली पर लगाएं जल्दी आराम मिलता है।
- तिल के तेल में हल्दी को मिलाकर लगाने से खाज खुजली ठीक होती है।
- गाय का गोबर, गाय का गोमूत्र दोनों मिलाकर लगाएं।
- सल्फर 200 सभी चर्म रोगों की रामबाण औषधि है।
- सप्ताह में एक दिन में तीन चार बार लगाएं। जल्दी आराम मिलता है।
फोड़ा फुंसी
जब खून में अशुद्धि आ जाती है तो फोड़े फुंसी निकलते हैं। वर्षा ऋतु में अधिक आम खाने से या गंदे पानी में नहाने से भी फोड़े फुंसी निकलते हैं। फोड़े फुंसियों पहले लाल होती हैं फिर उनमें दर्द होता है। कभी-कभी इनमें मवाद और गंदा खून भी भर जाता है। अधिक जलन और खुजली होती है।।
फोड़े फुंसी को दूर करने के घरेलू उपाय
- गाजर का रस फोड़े फुंसियों पर लगाने से काफी आराम मिलता है।
- मुल्तानी मिट्टी को दही में मिलाकर फोड़े फुंसियों पर लगाएं।
- तुलसी की पत्तियों को पानी में पीसकर उसका लेप लगाएं।
- गेहूं के आटे को पानी में घोलकर लेप की तरह लगाएं जल्दी आराम मिलता है।
मुंह के छाले
जब बड़ी आंत साफ नहीं होती है तो मुंह के अंदर छाले हो जाते हैं। मुंह के छाले प्रायः पेट की गड़बड़ी के कारण होती हैं। ज्यादा गर्म चीजों को खाने से, आमाशय की गड़बड़ी, रक्त की अशुद्धि आदि से होते हैं। यह साले कभी-कभी जीभ की नोक पर तो कभी पूरी जीभ में निकलते हैं। छालों के कारण मुंह में बार बार पानी आने लगता है। इन छालों में जलन और दर्द रहता है। होठों पर भी छाले हो जाते हैं।
मुंह के छालों का घरेलू उपचार
- भोजन के बाद पिसी हुई सौंफ के पानी से कुल्ला करें, आराम मिलता है।
- तुलसी के पत्तों का रस जीभ पर लगाएं। दो चम्मच हल्दी का चूर्ण पानी में उबालकर कुल्ला करें।
- गाय के दूध में एक चम्मच घी डालकर पिएं।
- मुंह के छालों के लिए सुबह उषा पान रामबाण है।
- रात का रखा हुआ पाना सुबह उठते ही पिएं।
- आधा चम्मच सुहागा गुनगुने पानी में डालकर पिएं।
- बोरेक्स की तीन खुराक, एक आधा कप पानी में उसके तीन हिस्से कर लें।
- हर 10 मिनट बाद उसका उपयोग करें।
- बहुत जल्दी आराम मिलता है।
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