lar ka mahatva in hindi | लार क्या है? | थूक लगाने से क्या होता है?
लार दुनिया की सबसे अच्छी औषधि है। किसी चोट पर लार लगाने से चोट ठीक हो जाती है। लार को पैदा होने के लिए एक लाख ग्रंथियों का काम होता है। सुबह की लार बहुत अधिक जारी होती है। इसलिए इसको पानी के साथ पी लें। इसका पीएच लगभग 8.4 होता है। सुबह की लार बहुत ही लाभदायक है। इससे पेट पूरा साफ होता है। सुबह की लार सबसे अधिक औषधीय होती है। इस लार को अंदर जाना ही चाहिए।
लार का महत्व
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लार दांतों पर सुरक्षा कवच की तरह काम करती है। लार मुंह में भोजन के कणों को तोड़ने में मदद करती है जिससे खाने को पचाने में आसानी होती है। अगर शरीर में लार की कमी हो जाए तो भोजन निगलना मुश्किल हो जाता है और पाचन क्रिया प्रभावित होती है। lar ka mahatva.
लार सबसे अच्छी औषधि है ?
लार दुनिया की सबसे अच्छी औषधि है। किसी चोट पर लार लगाने से चोट ठीक हो जाती है। लार को पैदा होने के लिए एक लाख ग्रंथियों का काम होता है। सुबह की लार बहुत अधिक जारी होती है। इसलिए इसको पानी के साथ पी लें। इसका पीएच लगभग 8.4 होता है। सुबह की लार बहुत ही लाभदायक है। इससे पेट पूरा साफ होता है। सुबह की लार सबसे अधिक औषधीय होती है। इस लार को अंदर जाना ही चाहिए।
चूना और देसी पान | Lime and Desi Paan
देसी पान गहरे रंग वाला होता है। इसका स्वाद कसैला होता है। गेहूं के दाने के बराबर चूना मिलाएं, सौंफ मिलाइए, अजवाइन मिलाएं, लॉन्ग, बड़ी इलायची, गुलाब का रस मिलाकर खाएं।
पान कफ और पित्त दोनों का नाश करता है। चूना वात का नाश करता है। इनका सहयोग वात, पित्त और कफ तीनों का नाश करता है। मतलब इन तीनों को संतुलित करता है। जिस वनस्पति का रंग जितना ज्यादा गहरा होता है, वह उतनी ही बड़ी औषधि होती है।
घाव को ठीक करती है लार
जो शरीर के घाव दवा से ठीक नहीं होते हैं, उन पर सुबह उठते ही लार लगानी चाहिए। इससे घाव 15 से 20 दिन में भरने लगता है। दो-तीन महीने के अंदर घाव पूरी तरह ठीक हो जाता है। गैंग्रीन जैसी बीमारियां भी लार लगाने से ठीक हो जाती हैं। उदाहरण के रूप में हम देखते हैं जानवरों को, कुत्ते, बिल्ली अपना घाव चाट चाट कर ठीक कर लेते हैं।
दाग धब्बे पर लार लगाने से दाग धब्बे मिट जाते हैं। एग्जिमा और सोरायसिस जैसी बीमारियों को सुबह की लार से ठीक कर सकते हैं। समय ज्यादा लगता है लेकिन परिणाम अवश्य मिलता है।
लार में 18 पोषक तत्व होते हैं जो मिट्टी में भी हैं। यही पोषक तत्व लार को औषधीय बनाते हैं।
आंखों के लिए रामबाण है लार
सुबह की लार आंखों में लगाने से आंखों की रोशनी बढ़ती है। आंखों से चश्मा उतर जाते हैं। यदि आंखें लाल होती हैं तो सुबह की लार लगाएं। जल्दी ही यह समस्या ठीक हो जाती है। सुबह की लार आंखों में लगाने से भेंगापन दूर हो जाता है।
आखों के नीचे के धब्बे ख़तम करता है लार
आंखों के नीचे काले धब्बे आ गए हैं तो सुबह की लार लगाएं। बहुत जल्दी खत्म हो जाते हैं। सभी टूथपेस्ट एंटी एल्क्लाइन हैं। इसमें एक केमिकल होता है, सोडियम लॉरिल सल्फेट जो लार ग्रंथियों को सुखा देता है। इसलिए नीम की दातुन करनी चाहिए। इस समय बनने वाली लार को पीते रहना चाहिए। हमेशा कड़वे प्रकृति किए दातुन का प्रयोग करना चाहिए जैसे नेम और बबूल। इससे अधिक मात्रा में लार बनता है जो बहुत ही आवश्यक है।
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