ginseng benefits in hindi | जिनसेंग का पौधा
जिनसेंग एक बलवर्धक और यौनशक्ति वर्धक औषधि है। यह औषधि शरीर को बलवान बनाती है। दुनिया में अधिकतर पुरुष शक्तिवर्धक के रूप में इसका उपयोग किया जाता रहा है। इसके सेवन से पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन की वृद्धि होती है और प्रजनन की क्षमता बढ़ती है। जिनसेंग शारीरिक और मानसिक थकान को जल्दी दूर करता है। आयुर्वेद में जिंसेंग का उपयोग प्राचीन काल से किया जा रहा है। आजकल आयुर्वेद के अलावा एलोपैथिक दवाओं में भी जिनसेंग का उपयोग किया जा रहा है।
जिनसेंग (Ginseng)
Table of Contents
- 1 जिनसेंग (Ginseng)
- 1.1 जिनसेंग (Ginseng ) क्या है? What is Ginseng?
- 1.2 जिनसेंग के अन्य नाम
- 1.3 जिनसेंग के प्रकार (types of ginseng)
- 1.4 ओरिएंटल जिनसेंग (oriental ginseng)
- 1.5 वाइल्ड ओरिएंटल जिनसेंग (wild oriental ginseng)
- 1.6 कल्टीवेटेड ओरिएंटल जिनसेंग (Cultivated Oriental Ginseng)
- 1.7 सफेद जिनसेंग (white ginseng)
- 1.8 लाल जिनसेंग (Red ginseng)
- 1.9 अमेरिकन जिनसेंग (american ginseng)
- 1.10 वाइल्ड अमेरिकन जिनसेंग (wild american ginseng)
- 1.11 वुड्स-ग्रोन अमेरिकन जिनसेंग (Woods-Grown American Ginseng)
- 1.12 कल्टीवेटेड अमेरिकन जिनसेंग (Cultivated American Ginseng)
- 1.13 साइबेरियन जिनसेंग (siberian ginseng)
- 1.14 वाइल्ड रेड अमेरिकन (डेसर्ट) जिनसेंग (Wild Red American (Dessert) Ginseng)
- 1.15 जिनसेंग के उपयोग
- 1.16 जिनसेंग के सेवन से होने वाले नुकसान (Side Effects of Ginseng in Hindi)
- 1.17 निष्कर्ष (Conclusion)
जिनसेंग की जड़ का औषधि के रूप में इस्तेमाल होता है। इसका पाउडर बनाकर कैप्सूल के रूप में खाया जाता है। जिनसेंग ज्यादातर एशियाई देशों जैसे चीन, कोरिया, नेपाल और वियतनाम में अधिक मात्रा में पाया जाता है। जिनसेंग पेनेक्स कुल के पौधों के अंतर्गत आता है। पैनेक्स जिनसेंग हजारों साल से टॉनिक के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है। जिंसेंग दो प्रकार के होते हैं – सफेद जिन्सेंग और लाल जिन्सेंग। सफेद जिन्सेंग को धूप में सुखाकर शुद्ध किया जाता है और लाल जिन्सेंग को भाप में पकाकर शुद्ध किया जाता है। जिनसेंग के पांच से छह वर्ष के पौधे ही औषधि के रूप में प्रयोग होते हैं।
जिनसेंग (Ginseng ) क्या है? What is Ginseng?
जिनसेंग शब्द चीनी भाषा के ‘रेनशेन’ से लिया गया है। rén ( रेन) का अर्थ है व्यक्ति (person) और shēn का अर्थ है पौधे की जड़ (plant root)। जिनसेंग एक लोकप्रिय जड़ी बूटी है। जिनसेंग का एक सामान्य नाम “मैन-रूट” है। ऐसा इसलिए है क्योंकि जड़ व्यक्ति के आकार का है।
जिनसेंग को प्राचीन काल से ही औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है। यह एक पौधा है, जिसकी जड़ को दवाई बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। जिनसेंग ज्यादातर एशियाई देशों और अन्य देशों में भी पाया जाता है। अलग-अलग जगह में इसको अलग-अलग नाम से जाना जाता है जैसे- एशियन जिनसेंग, अमेरिकन जिनसेंग, साइबेरियन जिनसेंग आदि। साइबेरियन जिनसेंग (Ginseng) को एडाप्टोजेन भी कहा जाता है। इसका मतलब है कि शरीर को मजबूत बनाने वाला और तनाव को दूर करने वाला।
जिनसेंग के अन्य नाम
- अमेरिकी जिनसेंग, चीनी जिनसेंग, कोरियाई जिनसेंग, मैन-रूट, शिंसेंट।
- Ginseng को Anchi Ginseng, Baie Rouge, Canadian Ginseng, Ginseng Americano, Ginseng Américain, Ginseng Root, North Ginseng, Ontario Ginseng, Occidental Ginseng के नाम से भी जाना जाता है।
- Panax Ginseng, Panax Quinquefolius (अमेरिकी जिनसेंग, एक लुप्तप्राय प्रजाति), Panax repens। परिवार: Araliaceae.
- इसका वानस्पतिक नाम एलेउथेरोकोकस संतरीकोस (Eleutherococcus senticosus) है, जो कि अरालियासी (Araliaceae) परिवार में आता है।
जिनसेंग के प्रकार (types of ginseng)
जिंसेंग सामान्यतः दो प्रकार के ही बताए गए हैं, लेकिन अलग-अलग स्थानों में पैदा होने के कारण बहुत सी प्रजातियां हैं, जो निम्न प्रकार हैं-
- ओरिएंटल जिनसेंग (oriental ginseng)
- वाइल्ड ओरिएंटल जिनसेंग (wild oriental ginseng)
- कल्टीवेटेड ओरिएंटल जिनसेंग (Cultivated Oriental Ginseng)
- सफेद जिन्सेंग (white ginseng)
- लाल जिनसेंग (red ginseng)
- अमेरिकन जिनसेंग (american ginseng)
- वाइल्ड अमेरिकन जिंसेंग (wild american ginseng)
- वुड्स-ग्रोन अमेरिकन जिनसेंग (Woods-Grown American Ginseng)
- कल्टीवेटेड अमेरिकन जिनसेंग (Cultivated American Ginseng)
- साइबेरियन जिनसेंग (siberian ginseng)
- वाइल्ड रेड अमेरिकन (डेसर्ट) जिनसेंग (Wild Red American (Dessert) Ginseng)
ओरिएंटल जिनसेंग (oriental ginseng)
ओरिएंटल जिनसेंग को पैनेक्स जिनसेंग के नाम से भी जाना जाता है। यह जिन्सेंग मूल रूप से चीन और कोरिया में पाया जाता है। इसकी लोकप्रियता अधिक होने के कारण इसका अंधाधुंध उपयोग किया गया, जिस कारण यह अब लुप्त होने के कगार पर था । बाद में इसकी पैदावार के तरीके खोजे गए। जिस कारण आज यह आसानी से उपलब्ध होने वाला जिनसेंग है।
वाइल्ड ओरिएंटल जिनसेंग (wild oriental ginseng)
यह जिनसेंग की एक दुर्लभ प्रजाति है, जो आसानी से नहीं मिलती। कहा जाता है कि 221 ईसा पूर्व में सम्राट शोआंगते ने करीब 3,000 से ज्यादा सिपाहियों को इस जड़ी-बूटी की खोज में भेजा था। दुर्लभ होने के कारण 28 ग्राम वाइल्ड ओरिएंटल जिनसेंग की कीमत लगभग 13 लाख रुपये से भी ज्यादा है।
कल्टीवेटेड ओरिएंटल जिनसेंग (Cultivated Oriental Ginseng)
यह जिनसेंग आसानी से उपलब्ध हो जाता है। इसे खेती कर उगाया जाता है। इस कारण पूरे अमेरिका में इसकी खरीद-फरोख्त सस्ते दामों पर होती है।
सफेद जिनसेंग (white ginseng)
पूरी तरह से प्राकृतिक रंग होने के कारण जिनसेंग के इस प्रकार को सफेद जिनसेंग के नाम से पुकारा जाता है। कटाई और धुलाई के बाद जब जिनसेंग को सुखाया जाता है, तो यह सुर्ख सफेद रंग ले लेता है और यही इसकी पहचान है।
लाल जिनसेंग (Red ginseng)
यह जिनसेंग का वह प्रकार है, जिसे लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए भाप और ताप से गुजारा जाता है। इस कारण यह लाल रंग में परिवर्तित हो जाता है। कहा जाता है कि सफेद जिनसेंग के मुकाबले लाल जिनसेंग अधिक प्रभावकारी साबित होता है।
अमेरिकन जिनसेंग (american ginseng)
यह जिनसेंग खासतौर से अमेरिका के अपालाचियन पर्वतीय क्षेत्र में मौजूद जंगलों में पाया जाता है।
वाइल्ड अमेरिकन जिनसेंग (wild american ginseng)
यह जिनसेंग प्राकृतिक रूप सेअपने आप ही पैदा होता है। यह खासकर उन अमेरिकी जंगलों में ज्यादा पाया जाता है, जहां घनी छाया होती है।
वुड्स-ग्रोन अमेरिकन जिनसेंग (Woods-Grown American Ginseng)
इस जिनसेंग को उगाने के लिए प्राकृतिक माहौल का सहारा लिया जाता है। इसकी खेती जंगलों में ही की जाती है। बेहतर उपज के लिए खेती वाली जगह पर बाहर से मिट्टी लाकर डाली जाती है।
कल्टीवेटेड अमेरिकन जिनसेंग (Cultivated American Ginseng)
इस जिनसेंग की खेती कृत्रिम छाया में की जाती है। इनके बढ़ने के लिए पेड़ों की छाया वाले स्थान का उपयोग किया जाता है। कनाडा में इस प्रकार के जिनसेंग की खेती बहुत की जाती है।
साइबेरियन जिनसेंग (siberian ginseng)
जिनसेंग का एक ऐसा प्रकार, जो वास्तव में जिनसेंग नहीं है। यह सिर्फ जिनसेंग के नाम से बाजार में उपलब्ध है। यह पौधा जिनसेंग से मिलता-जुलता है। इसमें जिनसेंग जैसे एडाप्टोजेनिक गुण शामिल रहते हैं। साथ ही यह सामान्य जिनसेंग के मुकाबले काफी सस्ता है।
वाइल्ड रेड अमेरिकन (डेसर्ट) जिनसेंग (Wild Red American (Dessert) Ginseng)
यह जिनसेंग अमेरिकी पौधा है। इसे कैनिग्रे या रुमेक्स कहा जाता है। इसका अनुचित तरीके से उपयोग जहरीला और घातक साबित हो सकता है।
जिनसेंग के उपयोग
जिनसेंग को वैकल्पिक चिकित्सा के रुप में मधुमेह टाइप 2 के रोगियों में भोजन के बाद रक्त शर्करा को कम करने में किया जाता है। इसके अलावा साइबेरियन जिनसेंग को हृदय की समस्याओं, डायबिटीज, आर्थराइटिस, फ्लू आदि रोगों में उपयोग किया जाता है। जिनसेंग त्वचा के लिए भी काफी फायदेमंद है। यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। साइबेरियन जिनसेंग का इस्तेमाल स्किन केयर प्रोडक्ट्स में भी किया जाता है।
जिनसेंग का उपयोग एथलेटिक प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए भी किया गया है। हालांकि, अनुसंधान से पता चला है कि जिनसेंग इस स्थिति के इलाज में अधिक प्रभावी नहीं है। आइए अब हम जिनसेंग के कुछ अन्य उपयोगों पर चर्चा करते हैं-
साइबेरियन जिनसेंग के 20 उपयोग
साइबेरियन जिंसेंग विभिन्न रोगों के उपचार में उपयोगी है, जैसे-
- उच्च रक्त चाप/ हाई ब्लडप्रेशर में लाभकारी है ।
- कम रक्त चाप/ लो ब्लडप्रेशर में लाभकारी है ।
- धमनियों का सख्त होना (एथेरोस्क्लेरोसिस) में लाभकारी है ।
- वातरोग से पीड़ित ह्रदय रोग
- किडनी की बीमारी
- अल्जाइमर रोग
- क्रोनिक फेटीग सिंड्रोम
- डाइबिटीज में लाभकारी है ।
- अर्थराइटिस में लाभकारी है ।
- फ्लू में लाभकारी है ।
- क्रोनिक ब्रोंकाइटिस
- टीबी में लाभकारी है ।
- कैंसर कीमोथेरेपी के साइड इफेक्ट
- एथलेटिक प्रदर्शन में लाभकारी है ।
- नींद की समस्या (अनिद्रा)
- हरपीज सिंप्लेक्स टाइप-2 के कारण संक्रमण के लक्षण को ठीक करता है ।
- इम्यून सिस्टम को बढ़ाता है।
- सर्दी से बचाव करता है ।
- भूख बढ़ाने में में लाभकारी है ।
- मैनुफैक्चरिंग में, साइबेरियन जिनसेंग से स्किन केअर के प्रोडक्ट तैयार किये जाते है।
मासिक धर्म या पीरियड्स के दौरान जिंसेंग का सेवन
महिलाओं को पीरियड्स के दौरान कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इन परेशानियों को जिनसेंग की सहायता से दूर किया जा सकता है। जैसे कि इस दौरान होने वाले सूजन या ऐंठन को जिनसेंग कम करता है। इसके सेवन से मन प्रसन्न रहता है।
संज्ञानात्मक विकास में जिंसेंग का सेवन
संज्ञानात्मक विकास जैसे कि एकाग्रता, याद्दाश्त आदि को बढ़ाने में जिनसेंग की भूमिका महत्वपूर्ण है । यही नहीं इसके नियमित से तंत्रिका तंत्र मजबूत होता है। जिनसेंग में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट मस्तिष्क में पट्टिका और फ्री रेडिकल्स का बनना कम करता है। इससे कई तरह से संज्ञानात्मक विकार दूर होते हैं।
कैंसर के उपचार में जिनसेंग का सेवन
कोलेरेक्टल कैंसर के खतरे को कम करने में इसकी भूमिका कई शोधों में साबित हुई है। जिनसेंग का नियमित सेवन कोलेरेक्टल कैंसर को फ़ैलने से रोक सकता है। जिनसेंग पर किए गए प्रारंभिक शोध इसमें एंटीट्यूमर गुण भी दिखाते हैं।
शुगर के उपचार में जिनसेंग का सेवन
शुगर के उपचार में रामबाण औषधि है ।आज शुगर से बचने या इसे कम करने के कई तरीके मौजूद हैं। इन सभी तरीकों में जिनसेंग को सबसे बढ़िया आयुर्वेदिक उपचार बताया जाता है। इसके लिए जिनसेंग का इस्तेमाल खाली पेट या खाने के बाद भी कर सकते हैं। इसके सेवन से रक्त शर्करा के स्तर को प्रभावी तरीके से कम किया जा सकता है।
मानसिक अवसाद को दूर करता है जिनसेंग
जिनसेंग उपापचय को उत्तेजित करके और ऊर्जा के स्तर को बढ़ाकरके तंत्रिकातंत्र को प्रभवित करता है। इससे मानसिक अवसाद जैसे कि तनाव या चिंता ख़त्म होती है। इसके अलावा जिनसेंग में एडाप्टोजेन नामक तत्व भी पाया आता है जो कि हार्मोनल स्तर को बदलने की क्षमता रखता है। इससे तनाव में कमी होती है।
बढ़ती उम्र के प्रभाव को रोकता है जिनसेंग
हम कह सकते हैं कि जिनसेंग के सेवन से बुढ़ापे का अहसास नगण्य हो जाता है। जिनसेंग में एंटीऑक्सीडेंट की प्रचुरता होती है, जिससे कि पुरे शरीर में फ्री रेडिकल्स के नकारात्मक प्रभाव कम होता है। फ्री रेडिकल्स सेलुलर उपापचय के खतरनाक उप उत्पाद होते हैं। ये स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
स्तंभन दोष या लिंग की कमजोरी का उपचार
जिनसेंग के सेवन से लिंग की कमजोरी दूर होती है। लिंग में तनाव की कमी को दूर करता है।चीनी आयुर्वेदिक चिकित्सा में यौन समस्याओं के निदान के लिए जिनसेंग का इस्तेमाल किया जाता है। इसका कारण ये है कि ये एक प्रभावशाली कामोद्दीपक है। कोरियाई लाल जिनसेंग यौन कार्यों में प्रोत्साहन के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
वजन कम करने में जिनसेंग का सेवन
जिनसेंग में कई ऐसे रसायन पाए जाते हैं जो कि भूख को दबा सकता है। खासकरके ड्राई जिनसेंग पाउडर किसी भी तरह के खाने की इच्छा को रोक करके भूख के हार्मोन को दबाता है।जिससे आपको अपना वजन कम करने में मदद मिलती है।
त्वचा की देखभाल के लिए लाभकारी है जिनसेंग
हमारे शरीर में रक्तसंचार को जिनसेंग उत्तेजित करता है।खासकरके त्वचा कोशिकाओं में इसका ज्यादा असर देखने को मिलता है। इसमें उपापचय को उत्तेजित और सक्रीय करने वाले फैटोन्यूट्रीयंस पाए जाते हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट भी त्वचा के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। जिनसेंग चाय आपके त्वचा को टोंड और हाइड्रेट करती है। ये ऑक्सीजन की आपूर्ति में वृद्धि करके त्वचा कोशिकाओं को पुनर्जीवित करता है। इससे मृत पड़ी त्वचा में जान आ जाती है।
बालों के लिए फायदेमंद है जिनसेंग
बालों की विभिन्न समस्याएं मसलन रुसी, बालों का गिरना और गंजेपन आदि में जिनसेंग काफी लाभदायक है। क्योंकि जिनसेंग में प्राकृतिक कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है।कई शोधों में देखा गया है कि जिनसेंग बालों के समग्र देखभाल के लिए बहुत प्रभावी साबित होता है।
जिनसेंग के सेवन से होने वाले नुकसान (Side Effects of Ginseng in Hindi)
- अत्यधिक जिन्सेंग का सेवन आपको सरदर्द, नींद की समस्या और पेट में गड़बड़ी जैसे परेशानियाँ दे सकता है।
- ये काफी शक्तिशाली जड़ी- बूटी है, इसलिए ये शरीर में नकारात्मक प्रतिक्रियाओं का कारण बन सकता है।
- बेहतर यही होगा कि इसका सेवन किसी चिकित्सक के परामर्श से ही करें।
निष्कर्ष (Conclusion)
जिनसेंग ऐसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जिसके सेवन से शरीर को स्वस्थ रखा जा सकता है। मगर किसी गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं , तो इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूरी लेनी चाहिए। किसी भी आयुर्वेदिक दवा का सेवन करने से पहले वैद्य या चिकित्सक की सलाह लेना बहुत जरूरी है। हमें आशा है आप इस लेख से लाभान्वित होंगे। ऐसे ही महत्वपूर्ण औषधियों का लाभ उठाने के लिए हमारी वेबसाइट में आएं और लाभ उठाकर स्वस्थ जीवन व्यतीत करें।
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