garmi me kya na khaye | गर्मियों में क्या नहीं खाना चाहिए
चिलचिलाती धूप, उमस भरी गर्मी और लगातार बढ़ते तापमान का मौसम आ गया है। भारत में ग्रीष्म काल (Summer) अप्रैल से जुलाई तक लगभग चार महीने रहता है। बढ़ते वैश्विक तापमान (Global temperatures) और असहनीय गर्मी (Unbearable heat) के अलावा कोरोना महामारी भी फैल रही है। ऐसे में अपने शरीर की और ज्यादा केयर करने की जरूरत है। गर्मियों के दौरान हाइड्रेटेड (Hydrated during summer) और स्वस्थ रहने के लिए लिक्विड डाइट अच्छी रहती है। लेकिन गर्मी में खाई जाने वाली कुछ चीजें डिहाइड्रेशन (Dehydration) का कारण बन सकती हैं, जिससे आप अस्वस्थ हो सकते हैं। गर्मियों में तरबूज और खरबूजा खाना अधिकतर लोगों को पसंद होता है। इससे शरीर का तापमान नियंत्रित होता है। साथ ही, शरीर हाइड्रेट रहता है और पानी की कमी दूर होती है। तरबूज और खरबूजे में पोषक तत्व भी पाए जाते हैं, जो आपको एनर्जी प्रदान करते हैं ।
गर्मी के मौसम में क्या खाएं और क्या ना खाएं
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गर्मियों के मौसम में तापमान बढ़ने के साथ कुछ लोग चिड़चिड़े भी हो जाते हैं। इसका असर यह होता है कि अक्सर भूख कम लगने लगती है। इस बदलाव के लिए काफी हद तक आपकी लाइफस्टाइल और खानपान (Lifestyle & Catering) की आदतें जिम्मेदार हैं।आयुर्वेद के अनुसार, गर्मी पित्त (Pitt) का मौसम है। इसलिए शरीर को ठंडा रखने और पित्त दोष (Pitta dosha) को बढ़ने नहीं देने की सलाह दी जाती है। शरीर में धड़कन से लड़ने के लिए क्षारीय और पानी से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करने की भी बात कही जाती है। लेकिन आजकल गर्मी में कुछ ऐसे फूड का चलन बढ़ गया है, जिनका सेवन सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए आज हम कुछ ऐसे फूड प्रोडक्ट / खाद्य पदार्थों के बारे में बताएंगे जिनका सेवन करने से आपको तेज गर्मी में बचना चाहिए।
तले हुए भोज्य पदार्थों का सेवन ना करें
तले हुए और जंक फूड (fried and junk foods) खाने से ब्लोटिंग होती है। साथ ही तला खाना उमस भरे दिनों में त्वचा को ऑयली बनाता है, जिससे चेहरे पर पिंपल्स और एक्ने (Pimples and acne) दिखाई देने लगते हैं।
गर्मियों में शरीर को चीजें पचाने में अधिक समय लगता है। ऐसे में तली हुई चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। इसलिए पैटीज (Patties), फ्राइज (Fries), पिज्जा (Pizzas) और बर्गर (Burgers) आदि खाने से बचें। इसके बजाय आप ताजे फल और जूस (Fruits and juices) का सेवन करें तो बेहतर रहेगा।
मसालेदार भोजन (Spicy food) से बचें
भारतीय भोजन मसाले का पर्याय बन गया है। भारतीय भोजन में आजकल लोग काफी अधिक मात्रा में मसाले खाने लगे हैं। गर्मियों में इस तरह के भोजन के सेवन से बचने का सुझाव दिया जाता है। मिर्च में पाया जाने वाला कैप्साइसिन (Capsaicin) पित्त दोष पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है और शरीर की गर्मी बढ़ाता है। जिससे अधिक पसीना आता है और डिहाइड्रेशन की शिकायत हो सकती है।
वैसे तो अधिक मसालों का सेवन स्वास्थ्य के लिहाज से गलत है। लेकिन गर्मियों के दौरान यह अधिक खतरनाक होता है। यह अपच (Indigestion) का कारण भी बन सकता है।
आइसक्रीम (Ice cream) खाने से बचें
हो सकता है अधिकतर लोग इस बात से सहमत न हो। लेकिन तेज गर्मी और धूप में आइसक्रीम खाने से बचना चाहिए। दरअसल, आइसक्रीम में हाई मात्रा में फैट और कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जो पचते समय शरीर को गर्म करते हैं।
इससे शरीर में और अधिक गर्मी पैदा हो जाती है। हालांकि खाते समय आपको ठंडक लगेगी। लेकिन आइसक्रीम खाने के बाद इसे पचाने के समय आपको अधिक गर्मी लगेगी, जो कि शरीर को अस्वस्थ बना सकती है।
इसके अलावा, शॉप से खरीदी गई आइसक्रीम में अक्सर बीमारी पैदा करने वाले बैक्टीरिया (Disease causing bacteria) विकसित होने का खतरा रहता है। एक्सपर्ट होममेड आइसक्रीम का सेवन तभी करने की सलाह देते हैं, जब आपके शरीर का तापमान सामान्य हो। धूप के संपर्क में आने के बाद आइसक्रीम का सेवन करने से गले में खराश और बुखार (Sore throat and fever) हो सकता है।
आम का अधिक सेवन से बचें
अति किसी भी चीज की बुरी होती है और यह नियम आम के सेवन पर भी लागू होता है। आम नेचुरल शुगर से भरपूर होते हैं और इसकी अधिकता से स्किन में संक्रमण (Skin infection) और शरीर की गर्मी बढ़ने की शिकायत हो सकती है। इसके अलावा दस्त (Diarrhea), पेट खराब (Upset stomach) और सिरदर्द (Headaches) होने की शिकायत भी हो सकती है।
गरम पेयों (Hot Drinks) के सेवन से बचें
पित्त दोष से बचने के लिए गर्मियों में चाय और कॉफी (tea and coffee) पीने से भी बचने की सलाह दी जाती है। विशेषज्ञों का मानना है कि बाहरी गर्मी के कारण शरीर का तापमान पहले से ही अधिक हो जाता है।
कमरे के तापमान के अलावा कुछ गर्म फूड खाने से शरीर का तापमान बढ़ सकता है, जिससे पित्त की मात्रा बढ़ जाती है जो डाइजेशन सिस्टम (Digestive system) डिस्टर्ब कर देती है।
मांसाहारी भोजन (Non vegetarian food) से बचें
नॉनवेज / मांसाहारी भोजन की तासीर गर्म होती है। यह पचने में अधिक समय लेता है, जिससे आप गर्मियों में अनहेल्दी महसूस करते हैं। गर्मी के मौसम में नॉनवेज के अधिक सेवन से डाइजेशन सिस्टम पर दबाव बढ़ जाता है। इसमें हाई मात्रा में फैट, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जो डाइजेस्ट होते समय शरीर को गर्म कर देते हैं।
इसके सेवन से व्यक्ति को अधिक पसीना आ सकता है और डाइजेशन संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। ग्रेवी से भरी (gravy laden), गाढ़ी क्रीमयुक्त और तेल से भरे (thick creamed and oil based) चिकन, मीट, मछली के सेवन से बचें।
निष्कर्ष (Conclusion):
आप समझ गए होंगे कि गर्मियों में बॉडी हीट बढ़ाने वाले या डिहाइड्रेट करने वाले फूड खाने से बचना चाहिए। अधिक जानकारी के लिए आप किसी एक्सपर्ट से भी सलाह ले सकते हैं।
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