badi elaichi benefits | black cardamom benefits in hindi
बड़ी इलायची रक्त पित्त नाशक, वमन, प्यास, खुजली, उदर रोग, गुदाद्वार की पीड़ा, पित्त विकार आदि रोगों में लाभदायक है। बड़ी इलायची तिक्त, हल्की, कफ वात नाशक और अग्नि दीपक होती है। यह विष एवं व्रण का नाश करती है। इसके बीज तेज, सुस्वाद, सुगंधित, अग्नि वर्धक होते हैं। वात, कफ, मंदाग्नि, प्यास, वमन, खुजली, उदर रोग आदि में बहुत फायदेमंद है।
बड़ी इलायची | black cardamom
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बड़ी इलायची के पौधे भारत और नेपाल के पहाड़ों में पैदा होते हैं। इसके वृक्ष दो-तीन हाथ ऊंचे, इसके फल तिकोने और आधे इंच की लंबाई के होते हैं। इसके बीज छोटी इलायची से कुछ बड़े होते हैं।
अन्य भाषाओं में बड़ी इलायची के नाम
हिंदी में बड़ी इलायची; संस्कृत में एला, स्थूलैला, कान्ता, दिव्यगंधा, इंद्रायणी; मराठी में बेलदोड़, थोरवेला; गुजराती में मोटी एलची, एलचा; फारसी में हलेकलां; अरबी में काकलेकिवार; तेलुगु में पेद्दए लक्कुलू आदि नामों से जाना जाता है।
आयुर्वेद में बड़ी इलायची का वर्णन
बड़ी इलायची रक्त पित्त नाशक, वमन, प्यास, खुजली, उदर रोग, गुदाद्वार की पीड़ा, पित्त विकार आदि रोगों में लाभदायक है। बड़ी इलायची तिक्त, हल्की, कफ – वात नाशक और अग्नि दीपक होती है। यह विष एवं व्रण का नाश करती है। इसके बीज तेज, सुस्वाद, सुगंधित, अग्नि वर्धक होते हैं। वात, कफ, मंदाग्नि, प्यास, वमन, खुजली, उदर रोग आदि में बहुत फायदेमंद है।
यूनानी चिकित्सा में बड़ी इलायची का वर्णन | बड़ी इलायची के 10 फायदे
- इसके बीज तीक्ष्ण और सुस्वादु होते हैं।
- यह अग्नि वर्धक, हृदय तथा लीवर को बल देते हैं।
- इसके सेवन से नींद आती है।
- भूख लगाती है और आंतों को सिकोड़ता है।
- इसके बाहर का छिलका सिरदर्द, दांतों के रोग और मुख की सूजन में लाभकारी है।
- इसके बीजों में से एक प्रकार का तेल निकाला जाता है, जो कि सुगंधित, अग्नि वर्धक, दिल को प्रसन्नता देने वाला और उत्तेजक होता है।
- इसके बीज खरबूजे के बीज और सिंजबीन के बीच के साथ देने से गुर्दे की पथरी का नाश करते हैं।
- पाचन प्रणाली और रक्त क्रिया को अव्यवस्थित होने पर इसके बीज लाभ देते हैं।
- सौंफ के साथ इसका सेवन करने से पाचन शक्ति मजबूत होती है।
- मिश्री के साथ इसका सेवन करने से आमाशय की जलन और गर्मी दूर होती है।
- काले नमक के साथ इसके चूर्ण को लेने से पेट दर्द और आफरा मिटता है।
- इसके काढ़े से कुल्ला करने पर मसूड़ों और दांतों के रोग दूर होते हैं।
बड़ी इलायची के उपयोगी गुण
स्नायुशूल की बीमारी में 30 ग्रेन बीज की मात्रा में कुनैन के साथ देने से लाभ होता है। यह विसूचिका तथा अन्य रोगों के कारण उत्पन्न हुई पेट की पीड़ा को दूर करती है। यह लीवर संबंधी तकलीफों में बहुत उपयोगी है। इसकी मात्रा 5 रत्ती के बराबर लेनी चाहिए।
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